जैसे-
गाय,
घड़ी, लड़की, कुरसी,
छड़ी, नारी आदि।
1. आ,
आव, पा, पन न ये प्रत्यय
जिन शब्दों के अंत में हों वे प्रायः पुल्लिंग होते हैं।
जैसे-
मोटा,
चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन
लेन-देन।
2. पर्वत,
मास, वार और कुछ ग्रहों के नाम पुल्लिंग
होते हैं
जैसे-
विंध्याचल, हिमालय, वैशाख,
सूर्य, चंद्र, मंगल,
बुध, राहु, केतु
(ग्रह)।
3. पेड़ों
के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- पीपल,
नीम, आम, शीशम, सागौन, जामुन, बरगद आदि।
4. अनाजों
के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- बाजरा,
गेहूँ, चावल, चना,
मटर, जौ, उड़द आदि।
5. द्रव
पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- पानी,
सोना, ताँबा, लोहा,
घी, तेल आदि।
6. रत्नों
के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- हीरा,
पन्ना, मूँगा, मोती
माणिक आदि।
7. देह
के अवयवों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
जैसे-
सिर,
मस्तक, दाँत, मुख,
कान, गला, हाथ, पाँव, होंठ, तालु, नख, रोम आदि।
8. जल,
स्थान और भूमंडल के भागों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
जैसे-
समुद्र,
भारत, देश, नगर, द्वीप, आकाश, पाताल, घर, सरोवर आदि।
9. वर्णमाला
के अनेक अक्षरों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- अ,उ,ए,ओ,क,ख,ग,घ, च,छ,य,र,ल,व,श आदि।
1. जिन
संज्ञा शब्दों के अंत में ख होते है, वे स्त्रीलिंग
कहलाते हैं।
जैसे-
ईख,
भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि।
2. जिन
भाववाचक संज्ञाओं के अंत में ट, वट, या हट होता है, वे स्त्रीलिंग कहलाती हैं।
जैसे-
झंझट,
आहट, चिकनाहट, बनावट,
सजावट आदि।
3. अनुस्वारांत,
ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत,
सकारांत संज्ञाएँ स्त्रीलिंग कहलाती है।
4. भाषा,
बोली और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
जैसे-
हिन्दी,
संस्कृत, देवनागरी, पहाड़ी,
तेलुगु पंजाबी गुरुमुखी।
5. जिन
शब्दों के अंत में इया आता है वे स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- कुटिया,
खटिया, चिड़िया आदि।
6. नदियों
के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- गंगा,
यमुना, गोदावरी, सरस्वती
आदि।
7. तारीखों
और तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- पहली,
दूसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा
आदि।
8. पृथ्वी
ग्रह स्त्रीलिंग हैं।
9. नक्षत्रों
के नाम स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- अश्विनी,
भरणी, रोहिणी आदि।
.png)



.png)


































.png)








































.png)














.png)












.png)














.png)








